...ताकि भूख से न मरे कोई

                                       हजारों विस्थापितों को खिला रहे खाना

                                           बढ-चढकर सेवा कर रही है दिल्ली की साध संगत

                                              पिछले 10 दिनों से जारी हैं राहत शिविर

नई दिल्ली। मां! मुझे बहुत भूख लगी है,पूरी रात गुजर गई,कुछ नहीं खाया है। डीएनडी फ्लाईओवर के पास लगे राहत शिविर में बैठी कुसूम तड़के उठते ही मां के समक्ष रोने लगी। मां के पास कोई जवाब न था, कुछ पल के लिये रूकी फिर बाहर झांका और बोली,वह देख सामने डेरा सच्चा सौदा वाले आ रहे हैं। भागकर वहां से खाना ले आ। बर्तन उठाकर वह उसी तरफ दौड़ पड़ती है जिधर के लिये मां की अंगुली उठी है।अकेली कुसूम ही नहीं यहां बने सभी राहत शिविरों से एकदम से सैकड़ों कदम राहत सामग्री लेने के लिये बढते हैं। सेवादार  सभी को अनुशासनात्मक तरीके से लाईनों में बैठाकर खाना खिलाना शुरू कर देते हैं। रोटी,दाल के साथ आज पुलाव भी बना है। सभी ने भरपेट खाना खाया और बार-बार शुक्रिया अदा कर रहे थे डेरा प्रेमियों का मानो उनके लिये वे भगवान हों। राहत सामग्री बांटने का काम पिछले एक सप्ताह से जारी है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढने के बाद आई बाढ के कारण हजारों विस्थपितों ने राहत शिविरों में शरण ली है। यमुना के आसपास के निचले इलाके में रहने वाले लोगों के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए गए हैं। डीएनडी फ्लाईओवर से लेकर बदरपुर सोनिया विहार तक शिविर ही शिविर दिखाई दे रहे हैं। मंगलवार को मौके पर पहुंचे एडीएम रणजीत सिंह समेत आलाधिकारियों ने सेवादारों की न केवल सराहना की बल्कि पूज्य गुरू जी का आभार भी जताया। उनका कहना था कि सेवा का एसा जज्बा उन्होंने कहीं नहीं देखा। एडीएम रणजीत सिंह के अनुसार लेह लददाख में जब बादल फटे थे, तब उनकी पोस्टिंग वहीं थी,वहां भी डेरा पे्रमियों का योगदान सराहनीय था। सेवादारों ने अपनी जान पर खेलकर कई जानें बचाई थी। 25 मेंबर कमल इन्सां ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री एवं खाने -पीने का सामान पहुंचाने में दिल्ली प्रदेश के करावलनगर,मुस्तफाबाद,नंदनगरी,गोकुलपुर,रोहताशनगर,शाहदरा,पूर्वी दिल्ली,पड़पड़गंज,त्रिलोकपुरी,दल्लुपूरा,रोहिणी समेत अनेक बलॉकों के सेवादार सेवा दे रहे हैं। जिनमें ओमप्रकाश इन्सां,संजय सिंह,राजेश इन्सां,बांके लाल इन्सां,रामबीर इन्सां,मूलचंद इन्सां,अनिल चौधरी,फतेह सिंह,विनोद इन्सां,बचन सिंह,महेंद्र इन्सां समेत दिल्ली प्रदेश के सभी ब्लाकों के ब्लॉक भंगीदास, क्षेत्रीय भंगीदास,15 मेंबर,7 मेंबर, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स के जवान निस्वार्थ भाव से तन-मन-धन से राहत कार्यों में लगे हैं। बता दें कि हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना में जलस्तर बढने के कारण आस-पास सब्जियों की फसल पानी में डूब गई जिससे हजारों लोगों का निवाला छीन गया। अब सभी विस्थापितों ने यमुना किनारे बने राहत शिविरों में शरण ली है।